सुविचार
मुस्कुराती रात हो, खिलखिलाता प्रात हो, हर सुबह के सूर्य में, कुछ विशेष बात हो।
मुस्कुराती रात हो, खिलखिलाता प्रात हो, हर सुबह के सूर्य में, कुछ विशेष बात हो।
मैं हिंदी भाषा हूं ,आजकल कुछ उदास सी रहती हूं, क्योंकि मेरे अपनों ने मेरी परवाह करना छोड़ दिया है।
उत्तराखंड की यात्रा के दौरान मैं नैनीताल के जिस होटल में रुकी थी ,उस होटल से वापसी वाले दिन सीढ़ियों
ये आफ़त ये झंझा तूफ़ानों का रेला, कहाँ ले के आया ,ये मरघट का खेला। समझ में न आए ,ये
हर कदम आपके, मेरी दुआएँ चलें, जीवन सरल बन सके, वो सदाएं चले, मुश्किलों में भी जो, गिर के बिखरें नही, वो हौसला साथ हों, वो जुनूँ साथ हों, फिर मिले आप से, तो ऐसे मिले, हर डगर आपके कदमों के निशाँ साथ हो, आपकी सफलताओं का आसमां साथ हो, अश्रुपूरित नयन संग मधुर हास…
चंदा जब तुम निशाकाल में आना, मेरे प्यारे लल्ला को, लोरी गाकर सुनाना, जिसमें हो इस देश की बातें, देश
सपनों की दीर्घ वीथिका में, अगणित रंगों के इंद्रधनुष, लेकर आए ये नया साल । कुछ हास नए ,उल्लास नए
याद आती हैं, बीती बातें, खट्टी मीठी कड़वी यादें, जीवन में आगे बढ़ते भी, छूट कहां पाती हैं यादें। प्रासंगिक
प्रिय आकाश, शुभकामनाएं प्रकाश नवल, आकाश नवल, जीवन पथ का हर मार्ग नवल, प्रतिपल परिवर्तित जीवन का, हर गान नवल, हर मान नवल, गुंजित हो सभी दिशाओं सें, वरदान नवल प्रतिदान नवल। तुम्हारी मांँ
A stort about society marriage system
मिस्टर बागची रोज़ की तरह भ्रमण के लिए निकले, तो एक छोटा मरियल सा पिल्ला उनके पीछे-पीछे चलता हुआ न
फुर्सत के लिए फुर्सत, तो निकालो यारों! जब वक्त निकल जाएगा, तो खाक मिलेंगे।। हम वैसे तो दुनिया के रवायत