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June 2020

नाप-तौल

in poems

लेन-देन की नाप-तोल, हर रिश्ते पर भारी है। रिश्तों को पैसों से तौलना, दिमागी बीमारी है। उपहारो की कीमत से, रिश्तों का मोल नहीं होता, रिश्ता होता है, भाव भरा, इसका कोई जोड़ नहीं होता, लोहे की जंजीरों सी है, लेन-देन की अभिलाषा, दम घुटता है, इसे देखकर, घुट जाती सबकी आशा। क्यो करते हो,…

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