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thoughts

हिंदी भाषा की व्यथा

in Blogs

मैं हिंदी भाषा हूं ,आजकल कुछ उदास सी रहती हूं, क्योंकि मेरे अपनों ने मेरी परवाह करना छोड़ दिया है। लेकिन हमेशा से ऐसा नहीं था, मैंने जीवन का बेहद सुनहरा दौर भी देखा है ।मैंने महादेवी वर्मा ,जयशंकर प्रसाद और निराला जैसे महान छायावादी कवियों का दौर भी देखा है । वो मेरी खुशनुमा…

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प्रलय

in poems

ये आफ़त ये झंझा तूफ़ानों का रेला, कहाँ ले के आया ,ये मरघट का खेला। समझ में न आए ,ये हो क्या रहा है ? प्रकृति का जो ऐसा क़हर हो रहा है ! समय कह रहा है ,जड़ों से जुड़ो तुम, नहीं तो कहीं फिर प्रलय हो ना जाए।

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दोषी कौन ?

in Stories

राघव की उम्र यही कोई 18 वर्ष की रही होगी ,घर में सिर्फ दादी और पोता राघव |आपस में लड़ते झगड़ते, लाड़- दुलार करते ,हंसी-खुशी के पल बिता रहे थे |लेकिन अचानक दादी की तबीयत बिगड़ी और वेैद्य ने उनके अंतिम समय का एलान कर दिया |अब दादी को यह चिंता हो गई कि, राघव…

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तलाश

in poems

महलों की सिसकती दीवारों को, कौन शब्द दे पाएगा? स्वर्ण दिनारों के शोरगुल में , दर्द दफन हो जाएगा | रत्न जड़ित वस्त्रों की चकमक , सेवक, दासों का दल बल , अंतर्मन की पीड़ा पर , मरहम कौन लगाएगा ? श्वासों पर भी पहरे जिनके, हंसी पे ताले जड़ते हो, ऐसी घुटती श्वांसों का, शोर…

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सुविचार

in poems

मुस्कुराती रात हो, खिलखिलाता प्रात हो, हर सुबह के सूर्य में, कुछ विशेष बात हो।

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