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Love - page 3

श्रद्धांजलि

in poems

माँ तू चली गयी और पीछे छोड़ गयी गहरी पीड़ा की रेख अवसादों का कुञ्ज जिसे अब तू कभी न पायेगी देख ईश्वर के दरबार में तेरा हो अभिषेक निर्वासित सा जीवन जीकर सुख दुःख से निर्लिप्त रही परिजनों से अतृप्त शिव की नगरी काशी में कर के जीवन दान परमपिता के चरणो में अब…

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बादल

in poems

बादलों के झुँड से, था झाँकता, नन्हा सा बादल, हँस के कहता है धरा से, फिर बरसूंगा सुबह से, पूर्ण कर जलकुम्भ सारे, ज्यादा बरसूं सह नही पाती, कम बरसूं तो रह नही पाती, तेरे प्यारे सो रहे है, आलस में ही खो रहे है, उन्हें जगा और फिर करा तू, जलप्रबन्ध दुरुस्त सारे, जब…

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दोस्त

in poems

रूठने पर तुम हमको मनाया करो, बात अपने दिल की सुनाया करो, तुम्हारी खन खन हँसी ही मेरा गीत है, तेरे जीवन की धुन ही मेरा मीत है, चोट अपनी न हमसे छिपाया करो, बात जो भी हो, वो तुम बताया करो, माना कि कुछ ना कहना बड़ी बात है, पर दर्द की दवा न…

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एहसास

in poems

एक गीत… खुद पे लिखूँ, दिल करता है बहुत, इन दिनों, खुद से खो जाने का, खतरा है बहुत, जिन्हें देखा, जिन्हें परखा, उन्हें चाहा है बहुत, बात इतनी सी है, प्यार उन्हें अखरा है बहुत, जिनके आने तक, नींद ने न दी दस्तक, उन्हें शिकायत है कि, उन पर मेरी आँखों का, पहरा है…

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शुभकामनाएं

in poems

प्रिय आकाश, शुभकामनाएं प्रकाश नवल, आकाश नवल, जीवन पथ का हर मार्ग नवल, प्रतिपल परिवर्तित जीवन का, हर गान नवल, हर मान नवल, गुंजित हो सभी दिशाओं सें, वरदान नवल प्रतिदान नवल। तुम्हारी मांँ

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एक पत्र भाई के नाम

in poems

मन की व्यथा कहो ना भाई , दुनिया की परवाह हो करते , अपनी क्यूँ नहीं ली दवाई, मन की व्यथा कहो ना भाई । बचपन के वह खेल पुराने , जरा चोट को अधिक बताते, और वीर बन हमें डराते , अब क्यों अपने जख्मों को तुम, आंखों से भी नहीं बताते , हंसकर…

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पिता पुत्री संवाद

in poems

मैं तेरी हूं बिटिया रानी, बाबा कहो ना एक कहानी, सुख दुख की बातें बतलाओ, दुनियादारी तुम सिखलाओ, दूर रहूंगी तुमसे कैसे? फिर जिद ना करूंगी तुमसे ऐसे, पास बैठ कर समय बिताओ, जीने की तुम राह दिखाओ, बाबा बोले गुड़िया रानी, बातों में तुम मेरी नानी, अब तक करती थी मनमानी, यह कैसे परिवर्तन…

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विरहगीत

in poems

तारों की टिमटिम में हो तुम, चिड़ियों की चहचह में हो तुम, गंगा कि कलकल ध्वनि में तुम, नटराज के डमरु की ध्वनि तुम, गुंजित हो सभी दिशाओं में, प्रतिष्ठित हो ह्रदय में तुम। यूं अनायास क्यों चले गए? मुझको तन्हा क्यों छोड़ गए? संगीत की धुन बन लौट आओ, मेरे जीवन में छा जाओ।…

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यादें

in poems

यूं ही बैठे हुए गुज़रा ज़माना याद आया, क्या होता है जिंदगी का स्वाद याद आया, यादों का सफर चलचित्र सा चलता ही गया, तारों को देख, अमावस का गहराना याद आया, समय की धार में जो जाने कहां खो गया, दिल के टुकड़ों में जो अपनी परछाई दे गया, जाते-जाते जो आंखों को पानी…

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