मैं तेरी हूं बिटिया रानी,
बाबा कहो ना एक कहानी,
सुख दुख की बातें बतलाओ,
दुनियादारी तुम सिखलाओ,
दूर रहूंगी तुमसे कैसे?
फिर जिद ना करूंगी तुमसे ऐसे,
पास बैठ कर समय बिताओ,
जीने की तुम राह दिखाओ,
बाबा बोले गुड़िया रानी,
बातों में तुम मेरी नानी,
अब तक करती थी मनमानी,
यह कैसे परिवर्तन आया,
कर रही तुम बात सयानी,
यदि दुनिया पर राज चलानी,
मुंह में रखो मीठी बानी,
आंखों में शर्म का पानी,
मेहनत से ही लक्ष्मी आनी,
तभी सुख की होगी आगवानी।
चाहत
मिस्टर बागची रोज़ की तरह भ्रमण के लिए निकले, तो एक छोटा मरियल सा पिल्ला उनके